Tuesday 11 June 2013

aazaadi

साढ़े तीन साल बाद  अग्रवाल दंपत्ति  अमेरिका से वापस  आये  पांच  वर्षा पहले पुत्र  अमेरिका चला गया था  वहीं  पढ़ाई  करके वहीँ नौकरी  कर ली  अब  दो वर्ष पूर्व  उसने  अपना निवास बना लिया था  और पत्नी को लेकर चला गया था  .पहले बच्चे के जन्म के  समय  उसे माँ की आवश्यकता  हुई तो  माँ बाप को टिकेट  भेज कर बुला लिया ' छ  माह रह सकेंगे बच्चों के  संग  अच्छा  लगेगा
एअरपोर्ट से बाहर आते ही उनकी नाक सिकुड़  उठी ," अमेरिका की सड़कें  हैं क्या फर्राटा  भारती हैं  एक दम चिकनी ' क्या मजाल जरा भी जाम लग जाए  जाम  जैसी चीज तो वहां है ही नहीं  ट्रेफिक  जैम  था किसी ने युटर्न  ले लिया उसमें देर  लग गयी  और जाम की स्थिति आगई  पुलिस  वाले से झिकझिक चल रही थी
अरे क्या कर रहा है बगल से लेले  'उन्होंने ड्राईवर से कहा
'नहीं और जाम लग जाएगा  सिंगल  रोड है  न मित्र जो लेने आये थे उन्होंने कहा
अरे यार  क्या करें  घर की जल्दी पड़ी  है  निकाल तू 'उन्होंने बेताबी से कहा 'और किसी पान वाले पर  रोकियो पान मसाला तम्बाकू खाए जुग  बीत  गया    बस वहां यही खराबी है  पान मसाला नहीं मिलता  ले गया था सब झपट लिया  पर प्रदूषण नाम का भी नहीं है कोई हॉर्न भी नहीं बजा सकता  यहाँ देखो कैसी चिल्ल  पों  मची है  एक टुकड़ा भी सड़क पर डाल  दो न जाने जुर्माना लेने प्रगट हो जाते हैं  आप पुलिस  वाले को कुछ दे भी नहीं सकते  देने का प्रयास किया तो  अन्दर  ' अमेरिका  की बातें बताते उनकी छाती  गर्व  से  फूल  रही थी।
 अरे  ड्राईवर रुकना गरम मूगफली  मिल रही है दस रुपये की लाना ' और लेकर छील छील कर सबको देने लगी  साथ ही बोली 'अरे भाईसाहब  वहां तो कुकर  मैं सीटी भी नहीं लगा  सकते  कुछ तल  नहीं सकते जरा कुछ  तलने लगती बहू  कहती अलार्म बज जायेगा  कभी कभी  खिड़कियाँ बंद कर  तला भुनी जरा सी करते  ब्रेड खा कर थक गए पर हवा  एकदम शुध है  वहां सांस लेने  मैं आनंद  तो था  यहाँ तो ऐसा  लग रहा है चारो ओर     धुआं ही  धुआं  है  . सुनो वो गरम कचौरी  बन रहीं है  लेलो
अब आते ही एकदम मत खाओ पेट खराब हो जायेगा  जरा यहाँ के खाने की  आदत पड़ने दो  वहां शुद्ध  खाया है न
'पर आप तो  छ  माह के लिए गए  थे  मित्र हो हो कर  हसते बोले बहू ने निकाल दिया या  उनका काम पूरा हो गया .'अरे नहीं बहू बेटा तो बहुत कह रहे थे  पर अकेले  बॊर  हो जाते बच्चे तो सुबह ही चले जाते  ' अरे भाई साहब  सब काम अपने हाथ से करने पड़ते  मैं तो बर्तन माजते  तंग आगइ   पत्नी ने शीशा खोल और  छिल्के  का  थैला बाहर फैंक दिया  अरे  यहाँ  आजादी  है यार वहां तो बंदिशे  बहुत हैं यह कहते हुए  दरवाजा खोल और पिच्च  से थूक दिया 

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